Treasury Bills Meaning in Hindi

जब भी हमें कभी पैसे की जरूरत होती है तो हम किसी दोस्त, परिवार या बैंक से पैसे ब्याज पर उधार ले लेते है। इसी तरह जब गवर्नमेंट को पैसे की जरूरत होती है, तो वह कैपिटल मार्केट या मनी मार्केट से पैसे उधार लेते है। गवर्नमेंट इसके लिए शेयर्स, बांड या ट्रेजरी बिल जारी करता है। तो इस पोस्ट के जरिये हम जानेंगे कि ट्रेजरी बिल क्या है? इसमें कैसे निवेश करें?


ट्रेजरी बिल या टी- बिल क्या है?

ट्रेजरी बिल या टी- बिल एक मनी मार्केट के इंस्ट्रूमेंट्स होता है। गवर्नमेंट आरबीआई की मदद से ट्रेजरी बिल जारी करता है। जब भी गवर्नमेंट को पैसे की जरूरत होती है, तो वह कैपिटल मार्केट या मनी मार्केट से पैसे उधार लेते है। लेकिन कैपिटल मार्केट यानि शेयर्स, बांड्स से वह तब उधार लेती है, जब उन्हें लॉन्ग टर्म अर्थात 12 महीनों से अधिक दिनों के लिए पैसों की जरूरत हो। यदि उन्हें कुछ सप्ताह या कुछ महीनों या 12 महीनों से कम दिनों के लिए पैसों की जरूरत हो तो मनी मार्केट से उधार लेती है, यानी वह ट्रेजरी बिल जारी करता है। टी बिल जारी होने के बाद यह स्टॉक एक्सचेंज में शेयर्स की तरह लिस्ट हो जाते है, जिसे निवेशक कभी भी Buy या Sell कर सकते है।

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ट्रेजरी बिल के प्रकार:

गवर्नमेंट ट्रेजरी बिल को निश्चित समयावधि के लिए जारी करती है। ये मुख्यतः तीन तरह के होते है, जिसे दिनों के आधार पर बाँटी गई है- 91 दिन / 182 दिन / 364 दिन के लिए। गवर्नमेंट ट्रेजरी बिल पर कोई ब्याज नहीं देती है। अब सवाल आता है कि इसमें कोई ब्याज नहीं देते है तो कोई इसे खरीदेगा क्यों? तो गवर्नमेंट ट्रेजरी बिल को इसके फेस वैल्यू से डिस्काउंट प्राइस पर बेचती है और इसी डिस्काउंट प्राइस और फेस वैल्यू के अन्तर से प्रॉफिट कमा सकते है। ये प्रॉफिट बांड से मिलने वाले ब्याज से कम होते है, लेकिन 100% सुरक्षित भी होता है।

उदाहरण के लिये यदि गवर्नमेंट किसी एक ट्रेजरी बिल को 1000 रुपये के फेस वैल्यू में जारी करता है और इसे डिस्काउंट में 920 रुपये में बेचती है। तब एक ट्रेजरी बिल पर 1000 - 920 = 80 रुपये का लाभ मिलता है, इसे ही एक तरह की ब्याज की कमाई समझ सकते है।

ट्रेजरी बिल में कैसे निवेश करें?

ट्रेजरी बिल में पहले बड़े निवेशक ही निवेश कर सकते थे, लेकिन 2016 से रिटेल निवेशक भी निवेश कर सकते है। इसमें हम न्यूनतम 25000 रुपये से निवेश प्रारंभ कर सकते है। ट्रेजरी बिल को NSE द्वारा जारी एप्प NSEgoBid से या अपने ट्रेडिंग एकाउंट (Zerodha, Upstox, Angel One etc.) से भी खरीद सकते है। खरीदने के बाद यह आपके डीमैट एकाउंट में क्रेडिट हो जाते है। यदि कोई निवेशक ट्रेजरी बिल को इसके समयावधि से पहले बेचना चाहे तो इसे अपने ट्रेडिंग एकाउंट के जरिये बेच भी सकते है।

ट्रेजरी बिल पर टैक्स?

गवर्नमेंट ट्रेजरी बिल को शॉर्ट टर्म यानी 12 महीनों तक लिए जारी करती है। तो इसमें जो भी कमाई होती है, उसे Short Term Capital Gain माना जाता है। इसलिए इस पर होने वाली इनकम पर STCG Tax Slab के अनुसार टैक्स देना होता है।

उम्मीद है दोस्तों ट्रेजरी बिल को समझने में ये पोस्ट आपको काफी मदद किये होंगे।
धन्यवाद!


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