स्टॉक मार्केट में जापानीज कैंडलस्टिक टेक्निकल एनालिसिस की एक महत्वपूर्ण भाग है। इसके बगैर टेक्निकल एनालिसिस अधूरा है। ज्यादातर ट्रेडर्स और इनवेस्टर जापानीज कैंडलस्टिक चार्ट का ही उपयोग करते है। मार्केट के उतार चढ़ाव को कैंडलस्टिक की मदद से बहुत ही आसानी से समझा जा सकता है। तो दोस्तों इस आर्टिकल में हम जापानीज कैंडलस्टिक के बेसिक को समझेंगे।
जापानीज कैंडलस्टिक का परिचय
जैसे नाम से पता चलता है कि जापानीज कैंडलस्टिक की उत्पत्ति जापान में हुई थी। सर्वप्रथम 18वी सदी में मुनेहीसा होमा नामक व्यापारी ने चावल की क़ीमतों का अनुमान लगाने के लिए कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग किया था।
जापानीज कैंडलस्टिक की संरचना
एक कैंडलस्टिक शेयर या इंडेक्स की ओपन, हाई, लो और क्लोज की वैल्यू या प्राइस को दर्शाती है। कैंडलस्टिक दो प्रकार की होती है- बुलिश कैंडल और बेयरिश कैंडल। दोनों कैंडल की बनावट या संरचना एक समान होते है, किंतु अलग-अलग रंगों से दर्शाते हैं। अधिकतर चार्टिंग सॉफ्टवेयर में बुलिश या तेजी को हरे या सफेद रंग से और मंदी या बेयरिश को लाल या काले रंग से दर्शाते हैं।
एक कैंडलस्टिक में तीन प्रमुख भाग होते है-
1. रियल बॉडी (Real Body): यह कैंडलस्टिक का बीच वाला हिस्सा या पार्ट होता है, जो कि आयताकार होता है। यह भाग ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस को दर्शाती है।
2. अपर विक या शेडो (Upper Wick or Shadow): यह रियल बॉडी के ऊपर बनने वाला डंडी या लाइन होती है, जो कि मोमबत्ती की बाती (Wick) की तरह दिखाई देता है। ये किसी टाइम फ्रेम की अधिकतम प्राइस को दर्शाती है।
3. लोवर विक या शेडो (Lower Wick or Shadow): यह रियल बॉडी के नीचे बनने वाला डंडी या लाइन होती है, जो कि मोमबत्ती की बाती (Wick) की तरह दिखाई देता है। ये किसी टाइम फ्रेम की न्यूनतम प्राइस को दर्शाती है।
उदाहरण: मान लीजिए किसी दिन एक शेयर की प्राइस 102 रुपये पर ओपन होती है, उसी दिन अधिकतम 114 रुपये और न्यूनतम 97 रुपये की प्राइस को छूते हुए कारोबारी दिन के अंत में 107 रुपये पर बंद होती है, तब बुलिश कैंडलस्टिक इस प्रकार बनेगा:
अब मान लीजिए किसी दिन एक शेयर की प्राइस 100 रुपये पर ओपन होती है, उसी दिन न्यूनतम 90 रुपये और अधिकतम 107 रुपये की प्राइस को छूते हुए कारोबारी दिन के अंत में 93 रुपये पर बंद होती है, तब बेयरिश कैंडलस्टिक इस प्रकार बनेगा:
समय अवधि (Time Frame)
चार्ट के टाइम फ्रेम में दिन के अलावा 1 मिनट, 5 मिनट, 15 मिनट, 1 घंटे, 3 घण्टे, एक सप्ताह, एक महीने या एक वर्ष कुछ भी चुन सकते है। सामान्यतः ट्रेडर्स छोटी टाइम फ्रेम का उपयोग करते है, जैसे- इंट्राडे ट्रेडर्स 5 मिनट या 15 मिनट का टाइम फ्रेम उपयोग करते है। इन्वेस्टर 1 दिन या 1 सप्ताह का टाइम फ्रेम से एनालिसिस करते है।
जैसे चार्ट में टाइम फ्रेम 1 घंटे का लगाते है तो इसका मतलब होगा कि
ओपन (O): 1 घंटे की ओपन यानी शुरुवात की प्राइस
हाई (H): 1 घंटे के बीच हाई यानी सबसे ऊंची प्राइस
लो (L): 1 घंटे के बीच लो यानी सबसे नीची प्राइस
क्लोज (C): 1 घंटे की क्लोज यानी बंद की प्राइस
कैंडल की संख्या: प्रत्येक दिन 6 कैंडल
जापानीज कैंडलस्टिक ही क्यों इस्तेमाल करें?
मार्केट के एक्शन को समझने के लिए हमें चार डेटा ओपन (O), हाई (H), लो (L) और क्लोज (C) की अधिक आवश्यकता होती है; जिन्हें अन्य चार्ट जैसे लाइन चार्ट, बार चार्ट, एरिया चार्ट से नहीं पता कर सकते है। लाइन कार्ट, बार चार्ट एरिया चार्ट से हमें केवल एक डेटा पॉइंट ही मिल सकता है, ज्यादातर मार्केट के क्लोजिंग पॉइंट की देख सकते है। एक अच्छा टेक्निकल एनालिसिस के लिए OHLC की डेटा पॉइंट को देखना बहुत जरुरी होता है, तभी हमे बेहतर रिजल्ट मिल सकता है।
कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार
दोस्तों कैंडलस्टिक पैटर्न से हम मार्केट के तेजी या बुलिश और मंदी या बेयरिश का स्पष्ट पहचान कर सकते है। इसके बहुत से प्रकार है, इसमें सभी कैंडलस्टिक पैटर्न को समझना जरूरी नहीं है। कुछ स्ट्रॉन्ग और पावरफुल कैंडलस्टिक पैटर्न को समझकर मार्केट में एंट्री पॉइंट और एग्जिट पॉइंट का स्ट्रेटेजी बना सकते है और अच्छा प्रॉफिट बुक कर सकते है। हम यहाँ जानेंगे 6 पावरफुल सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न जो आपको ट्रेडिंग में प्रॉफिट दिलायेगा। एक से अधिक कैंडल (Multiple Candles) के आधार पर कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार को हम अगले आर्टिकल में समझेंगे। आइये सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार को समझते है।
सिंगल कैंडल (Single Candle) के आधार पर कैंडल के प्रकार:
1. डोजी (Doji)
डोजी एक सिंगल कैंडल पैटर्न है, इसमें कोई रियल बॉडी नहीं बनती है, लेकिन छोटी बॉडी वाली कैंडल को डोजी मान सकते है। इसमें ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस बराबर या लगभग बराबर होते है। इनके अपर और लोवर विक छोटे और बड़े भी हो सकते है।
डोजी मार्केट में दो तरह के रिवर्सल सिग्नल देता है। जैसे कि मार्केट बुलिश है और इसके बाद डोजी कैंडल बनता है तो यह माना जाता है कि अब मार्केट नीचे जा सकता है। इसी तरह मार्केट बेयरिश है और इसके बाद डोजी कैंडल बनता है तो यह माना जाता है कि अब मार्केट में तेजी आ सकता है।
डोजी कैंडल मुख्यतः तीन प्रकार के होते है-
1. लॉन्ग लेग डोजी (Long Legged Doji)
2. ड्रैगन फ्लाई डोजी (Dragonfly Doji)
3. ग्रेवस्टोन डोजी (Gravestone Doji)
1. लॉन्ग लेग डोजी (Long Legged Doji)
इसमें रियल बॉडी नहीं होती है अपर और लोअर शेडो बहुत लंबी होती है और ये दोनों शेडो लगभग बराबर होती है। इसमें ओपन प्राइस और क्लोज प्राइस बराबर होता है। ये अनिश्चितता का संकेत देने वाली पैटर्न होता है।
2. ड्रैगन फ्लाई डोजी (Dragonfly Doji)
ये अंग्रेजी के "T" के समान दिखाई देता है। इसमें लोअर शैडो काफी लंबी और अपर शैडो नहीं होती है या होती भी है तो बहुत ही छोटी। इसमें रियल बॉडी नहीं होती है और अगर होती भी है तो बहुत ही छोटी होती है। इसमें भी ओपन प्राइस और क्लोज प्राइस बराबर होता है।
3. ग्रेवस्टोन डोजी (Gravestone Doji)
ये अंग्रेजी के "T" अक्षर के उल्टा दिखाई देता है। इसमें अपर शैडो काफी लंबी और लोअर शैडो नहीं होती है या होती भी है तो बहुत ही छोटी। इसमें रियल बॉडी नहीं होती है और अगर होती भी है तो बहुत ही छोटी होती है। इसमें भी ओपन प्राइस और क्लोज प्राइस बराबर होता है।
2. मारुबाज़ू (Marubozu)
जापानी भाषा में मारुबाज़ू का अर्थ गंजा होता है। मारुबाज़ू की बनावट आयताकार होती है और इसके अपर व लोअर विक नहीं होते है। ये दो प्रकार के होते है- बुलिश मारुबाज़ू और बेयरिश मारुबाज़ू।
बुलिश मारुबाज़ू (Bullish Marubozu): बुलिश मारुबाज़ू में ओपन और लो लगभग बराबर होते है, साथ ही हाई और क्लोज भी लगभग बराबर होते है। इसमें अपर और लोवर विक या बाती नहीं बनता है। बुलिश मारुबाज़ू कैंडल बनने से यह संकेत मिलता है कि अब मार्केट में तेजी आने वाली है और इन्वेस्टर और ट्रेडर शेयर को अधिक प्राइस में खरीदने के लिए तैयार होते है। इसमें स्टॉप लॉस बुलिश मारुबाज़ू कैंडल के नीचे या ओपनिंग प्राइस पर लगा सकते है।
बेयरिश मारुबाज़ू (Bearish Marubozu): बेयरिश मारुबाज़ू मार्केट के डाउन ट्रेंड का संकेत देते हैं। इस कैंडल के बनने से शेयर की प्राइस तेजी से कम होने लगते है। इसमें ओपन और लो लगभग बराबर होते है, साथ ही हाई और क्लोज बराबर होते है। इस कैंडल के बनने पर शॉट सेल कर सकते है। शॉर्ट सेल पर स्टॉप लॉस बेयरिश मारुबाज़ू कैंडल के ओपनिंग प्राइस पर लगा सकते है।
3. हैमर (Hammer)
हैमर एक रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न है। ये लाल (रेड) या हरे (ग्रीन) रंग के हो सकते है, लेकिन ग्रीन कलर के ज्यादा भरोसेमंद होते है। इसमें रियल बॉडी छोटी, लोअर शेडो लंबी (रियल बॉडी से 2 गुना या इससे अधिक) होती है; अपर शेडो छोटी या अपर शेडो नहीं होती है।
हैमर बनने के बाद ट्रेड लेने में जल्दबाजी न करें। थोड़ा इंतजार करें जब हैमर कैंडल की बाद वाली कैंडल जब हाई प्राइस पर चली जाए तब हमें ट्रेड लेना चाहिए। साथ ही साथ कन्फर्म करने के लिए कुछ इंडिकेटर (जैसे MACD, RSI आदि) का उपयोग कर सकते है। स्टॉप लॉस हैमर के लो प्राइस पर सेट कर सकते है।
4. इनवर्टेड हैमर (Inverted Hammer)
इनवर्टेड हैमर एक रिवर्सल पैटर्न है, जो तेजी (बुलिश) का सिग्नल देती है। ये रेड या ग्रीन दोनों कलर के हो सकते है।इसमें कलर मायने नहीं रखता, लेकिन ग्रीन कलर के ज्यादा भरोसेमंद होते है।
इसमें रियल बॉडी छोटी, अपर शेडो लंबी (रियल बॉडी से 2 गुना या इससे अधिक) होती है; लोअर शेडो नहीं होती या लोअर शेडो बहुत छोटी होती है।
इनवर्टेड हैमर मार्केट के डाउन ट्रेंड में बनता है तो तेजी (बुलिश) का संकेत मिलता है। इनवर्टेड हैमर कैंडल बनने के बाद वाले कैंडल जब हाई प्राइस पर चली जाए तभी हम ट्रेड या buy करना चाहिए। कन्फॉर्मेशन के लिए कुछ इंडिकेटर (MACD, RSI, SMA आदि) का उपयोग कर सकते है। स्टॉप लॉस इनवर्टेड हैमर कैंडल के लो पर लगाना चाहिए।
5. हैंगिंग मैन (Hanging Man)
हैंगिंग मैन कैंडल मंदी (बेयरिश) का सिग्नल देने वाला रिवर्सल पैटर्न होता है। ये लाल (रेड) या हरे (ग्रीन) रंग के हो सकते है, लेकिन रेड या लाल रंग के ज्यादा विश्वसनीय होते है। इसमें रियल बॉडी छोटी, लोअर शेडो लंबी (रियल बॉडी से 2 गुना या इससे अधिक) होती है; अपर शेडो छोटी होती है या अपर शेडो नहीं होती है।
जब मार्केट तेजी या बुलिश में हो और एक हाई तक या एक रजिस्टेंस तक जाये और फिर हैंगिंग मैन कैंडल बनता है तो हमें मार्केट का बेयरिश या मंदी का सिग्नल मिलता है।

हैंगिंग मैन कैंडल बनने के बाद वाले कैंडल जब लो प्राइस पर चली जाए तो हमें ट्रेड लेना चाहिए और स्टॉप लॉस हैंगिंग मैन कैंडल के हाई पर सेट करना चाहिए।
6. शूटिंग स्टार (Shooting Star)
शूटिंग स्टार एक रिवर्सल पैटर्न है, जो मार्केट का मंदी या बेयरिश का सिग्नल देता है। ये रेड या ग्रीन दोनों कलर के हो सकते है, लेकिन रेड कलर होने पर ये ज्यादा भरोसेमंद होते है।
जब मार्केट तेजी या बुलिश में हो और एक हाई तक जाये और फिर शूटिंग स्टार कैंडल बनता है तो हमें मार्केट का बेयरिश या मंदी का सिग्नल मिलता है।
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शूटिंग स्टार कैंडल बनने के बाद वाले कैंडल जब लो प्राइस पर चली जाए तो हमें ट्रेड लेना चाहिए और स्टॉप लॉस शूटिंग स्टार कैंडल के हाई पर सेट करना चाहिए।
उम्मीद है दोस्तों जापानीज कैंडलस्टिक (Japanese Candlestick) क्या है? 6 पावरफुल सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न जो आपको ट्रेडिंग में प्रॉफिट दिलायेगा। समझ मे आया होगा, अगर आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों में जरूर शेयर कीजिए।
धन्यवाद!
Nice sir
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