जी हाँ दोस्तों असली अमीर सिर्फ पैसों से नहीं बना जा सकता। ऐसी कई चीजें है जो पैसों से भी अधिक कीमती होते है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि पैसों के अलावा भी कई चीजें हमारी लाइफ में बहुत इम्पोर्टेन्ट होते है। यहां धन या वैल्थ के चार प्रकार के बारे में बात करने वाले है। धन के रूप या प्रकार को अच्छे से समझकर और उसे मैनेज कर हम असली अमीर बन सकते है। तो चलिए बिना देरी किये जानते है।
कई लोगों का मानना है कि असली धन सिर्फ फाइनेंसियल रूप में या पैसे के रूप में होते है यानी बैंक बैलेंस, प्रोपर्टी, गाड़ी, सोना, शेयर आदि को असली धन समझते है, जो कुछ हद तक सही भी है। लेकिन कई बार देखा गया है कि सही मायने में कुछ चीजें पैसों या धन से भी बहुत अधिक महत्वपूर्ण और कीमती होती है।
जैसे कोई व्यक्ति करोड़पति है और वह बहुत ज्यादा बीमार है और वे हॉस्पिटल के बेड पर है और उसके बीमारी का कोई इलाज न हो और डॉक्टर घोषणा कर दे कि वह कुछ दिन के मेहमान हो। तो उसके सारे पैसे उसके लिए कुछ काम नहीं आने वाले है। आप समझ सकते है कि उस करोड़पति व्यक्ति के लिए करोड़ों रुपये कोई मतलब के नहीं है, जितना कि किसी दूसरे व्यक्ति के लिए मतलब का हो सकता है।
धन को चार रूपों में देखा जा सकता है:
1. फाइनेंसियल वैल्थ (Financial Wealth)
फाइनेंसियल वैल्थ को मनी वैल्थ भी कहते है। जैसे कि पहले भी इस बारे में चर्चा कर चुके है कि जितने भी हमारे बैंक बैलेंस, मकान, दुकान, जमीन, गाड़ी, गोल्ड, सिल्वर, शेयर्स आदि सभी चीजें फाइनेंसियल वैल्थ के अंतर्गत आते है। यानी इन चीजों की एक वैल्यू होती है, जिसे खरीदने और बेचने पर फायदा होता है।
यदि किसी व्यक्ति के पास फाइनेंसियल वैल्थ न हो या बहुत कम हो, तो उनका जीवन काफी मुश्किल हो सकता है, उसे बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जैसे कि हमारे जीवन की सारी मूलभूत सुविधाएं (भोजन, कपड़े, मकान, बिजली, पानी, इंटरनेट आदि) हम प्रायः पैसे से ही ख़रीदते है।
कई लोग पैसे कमाते है और पूरे के पूरे खर्च कर देते है, वे भविष्य के लिए कुछ बचा के भी नहीं रख पाते है। कई लोग पैसे सिर्फ कमाते है उसे वह अपने लिए ज्यादा से ज्यादा उपयोग नहीं कर पाते, उनके पैसों को कोई और उपयोग करते है। तो ये दोनों तरह से ठीक नहीं है। जब हम पैसा कमाते है तो उसे सही ढंग से मैनेज करते हुए खर्च करना भी आना चाहिए। अपने पैसों को अपनी जरूरत, शौक, बचत और निवेश आदि पर चतुराई से मैनेज करना चाहिए। तभी हमारा वर्तमान अच्छा रहेगा और भविष्य भी सुरक्षित होगा।
2. टाइम वैल्थ (Time Wealth)
आप सभी ने सुना है Time is Money, Time is Wealth, Time is Opportunity. मतलब समय ही पैसा, धन और अवसर है। एक बार जो समय बीत गया समझो दुबारा वापस नहीं मिलने वाला। इसलिए समय को सोच समझकर और समझदारी के साथ उपयोग करना चाहिए।
समय का सही उपयोग कर ही हम सफलता और धन कमा सकते है और उसका दुरुपयोग करके पैसे कमाने के अवसर को गवां सकते है। समय से ही हम कंपाउंडिंग का लाभ कमा सकते है, इसलिए कहा गया है कि " समय ही धन है।"
कई बार देखा गया है कि कुछ लोगों के पास बहुत सारे पैसे होते है, लेकिन उसके पास उस पैसों को उपभोग करने के लिए समय नहीं होता है। तो ऐसी स्थिति में उस पैसों का कुछ कोई मतलब नहीं होता है। हमें अपने पैसों को मैनेज करने के साथ साथ समय को भी मैनेज करना आना चाहिए। तभी हम जीवन का असली आनंद ले सकते है।
हमारी पुरानी सोच है रिटायरमेंट का सही समय 60 साल है। यहाँ रिटायरमेंट का मतलब वित्तीय रूप से पूर्ण स्वतंत्रता से है न कि काम से रिटायरमेंट से है। हम रिटायरमेंट के बाद खुशी से काम कर सके न कि मजबूरी में अपनी जरुरतों को पूरा करने के लिए काम करना पड़े। यदि हम 40 साल के उम्र में फाइनेंसियल फ्रीडम हासिल कर ले तो कितना अच्छा होगा। हम बाकी की जीवन को बहुत ही खुशी के साथ गुजार सकते है, क्योंकि इस उम्र में हमारा स्वास्थ्य भी ठीक ही रहता है। 60 या 70 साल की उम्र में तो हमारे पेट के आंत और मुंह के दाँत भी साथ नहीं देने वाले है और उस समय हमारी कोई धन-दौलत काम आने वाला नहीं है। इसलिए हमें सही समय में रिटायरमेंट की प्लानिंग कर लेना चाहिए।
3. फिजिकल वैल्थ ( Physical Wealth)
फिजिकल वैल्थ का मतलब हमारे स्वास्थ्य या हैल्थ से है। हमने इसे पहले स्पष्ट कर दिये है कि यदि हम स्वस्थ नहीं है तो दुनियां की कोई भी दौलत कोई काम नहीं आने वाला है।
आप सभी सुने होंगे कि "Health is Wealth" अर्थात स्वास्थ्य ही हमारी असली धन दौलत है। हमारा अच्छा शारिरिक और मानसिक स्वास्थ्य ही जीवन में सफलता, खुशी और धन अर्जित करने में काम आता है। अस्वस्थ व्यक्ति दुनियां के कोई भी सुख का आनंद नहीं ले सकता है।
हमें अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित भोजन, व्यायाम, योग, ध्यान, स्वच्छता पर हमेशा ध्यान देना चाहिए। सही समय पर सोना, उठना, खाना ही हमारे स्वास्थ्य को ठीक रखता है। हमें यह बात कभी नहीं भूलना चाहिए कि अच्छा स्वास्थ्य ही हमारी असली धन-दौलत, खुशी और आनंद है।
अतः एक अच्छा हैल्थ भी कोई धन से कम नहीं है। इसके बगैर हम दुनियां की कोई भी सुख की कल्पना नहीं कर सकते है। इसे हमें किसी अन्य दौलत से कम नहीं आँकना चाहिए।
4. सोशल वैल्थ (Social Wealth)
हमे पता है कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। मनुष्य अपने हर सुख-दुख को अपने मित्र और परिवार के साथ ही साझा करते है, तभी उन्हें खुशी मिलती है। यदि हमारे संबंध या रिलेसनशीप अच्छे नहीं है तो हमारा कोई भी धन हमें खुशी नहीं दे सकता।
अगर आप के नेटवर्क अच्छे है, परिवार में संबंध अच्छे है, दोस्तों में भी संबंध अच्छे है, अच्छे लोगों के साथ संपर्क में है तो ये भी अपने आप में एक धन दौलत है। मनुष्य समाज में ही रहकर सुख-दुख बाँट सकता है और ज्यादा खुश रह सकता है। इसे ही सोशल वैल्थ कहते है।
कई बार देखा गया कि किसी के पास धन-दौलत तो बहुत होता है, पर परिवार में रिलेसनशीप की धज्जियां उड़ी होती है, परिवार में बहुत कलह होती है, दोस्तों के साथ संबंध बुरे होते है, समाज में एक अच्छा संबंध नहीं होते है तो ऐसी स्थिति में भी हमारी धन-दौलत काम नहीं आने वाली है। ऐसे में इंसान बहुत ही नेगेटिव हो जाते है, नशे के आदी हो जाते है। इस प्रकार सोशल वैल्थ को भी अन्य धन दौलत से कम माना नहीं जा सकता।
निष्कर्ष (Conclusion)
दोस्तों इस प्रकार देखा जाय तो असली अमीर या दौलतमंद वे लोग है, जिसके पास उपरोक्त चारों प्रकार के धन है। जिस प्रकार एक कार सही ढंग से तब चलती है जब उनके चारों पहिये सही हो। ठीक इसी प्रकार हम असली अमीर तब माने जाएंगे जब हमारी फाइनेंसियल वैल्थ, टाइम वैल्थ, हैल्थ और रिलेसनशीप एक बैलेंस के साथ हो।
अतः हमें अपनी फाइनेंसियल वैल्थ, टाइम, हैल्थ और रिलेसनशीप इन चारों प्रकार के धन को एक बैलेंस के साथ सही से मैनेज करना आना चाहिए। तभी हम जीवन का असली आनंद ले पाएंगे और खुश रह पायेंगे।
उम्मीद है दोस्तों आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा। इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ जरूर साझा करें। अंत तक पढ़ने के लिए दिल से शुक्रिया!